इन्शुरेंस व्यवसाय में तरक्की की अनेको अनेक सम्भावनाये है तभी लगभग हर साल 2 करोड़ नई पॉलिसी की जाती है यदि आपके विचार में इन्शुरेंस व्यवसाय के विषय में कोई नकरात्मक विचार है तो वह सिर्फ ज्ञान और जानकारी कर आभाव के कारण है
जो लोग यह कार्य नहीं पाए कहीं न कहीं उनके सिखने में कहीं कमी रह गई होगी इन्शुरेंस के विभिन्न पहलुओं को जानते है
इन्शुरेंस के व्यवसाय एक अनुभूति का कार्य है इसमें एडवाइजर को ये में ध्यान में रखना होता है की जिसको में पॉलिसी दे रहा हु ये पॉलिसी में पॉलिसीधारक को किन किन परिस्थितयों में सहयता प्रदान करेगी की परेशानियों में ग्राहक को सहयता देगी जैसे बच्चो की पढ़ाई, बच्चो के प्रोफेशन, बच्चो के शादी ब्याह, ग्राहक की रेटायर्मेंट, पेंशन, सेविंग, रिस्क कवर, जो एडवाइजर इन बातों को ध्यान में रखता है वह इस व्यापार अधिक कामबायब होता है
जरुरत
आज के अनिश्चिताओं के समय में इन्शुरेंस बहुत ही आवश्यक हो गई है क्योकि आज के समय में स्वास्थ्य की बात करे और भाग दौड़ में दुर्घटनाओ की अधिकता के कारण हमें अपने परिवार के वित्तीय कार्यो के पूर्ण होने की सुरक्षा की आवश्यकता होतीं है की यदि इन विधिं परिस्थितयों में यदि हैं कुछ हो जाता है तो हमारे वित्तीय कार्य पूर्ण कैसे होंगे जिकी गारंटी हमें सिर्फ मिलती इन्शुरेंस की सुविधा से जिस कारण आज के समय में ये अत्यंत जरुरी हो गई है और आज के समय में मिलने वाले बोनस की बात करें तो अन्य विकल्पों से मिलने वाले प्रॉफिट में सबसे सुरक्षित और सभी परिस्थिति सुविधाओं के साथ मिलने वाला बोनस भी काफी अधिक होता है और बचत प्रतेक व्यक्ति को करनी भी होती है भविष्य के लिए
इन्शुरेंस के बिजनेस को सिखने की कोई तय उम्र सीमा नहीं होती इस बिजनेस को आप किसी भी उम्र में सीख सकते हो आपकी उम्र चाहे कितने भी हो बस आपको अपने विचार, प्लानिंग सामने वाले ग्राहक को समझने की कला आनी चाहिए