Swami Sharnanand Ji Maharaj

वीतराग संत स्वामी शरणानन्द जी महाराज

प्रार्थना

प्रार्थना आस्तिक प्राणी का जीवन है तथा साधक के विकास का अचूक उपाय है । मेरे नाथ आप अपनी, सुधामयी, सर्व समर्थ, पतित- पावनि, अहैतुकी कृपा से, दुखी प्राणियों के ह्रदय में, त्याग का बल एवम सुखी प्राणियों के ह्रदय में, सेवा का बल प्रदान करें, जिससे वे सुख दुःख के बंधन से मुक्त हो, आपके पवित्र प्रेम का, आस्वादन कर, कृत कृत्य हो जाएं